*शिव खेड़ा जी की एक किताब है , जिसका नाम है आप की जीत* , उस किताब में एक कहानी है जो *आज के हालात पर सटीक बैठती है*....*शिव खेड़ा जी की एक किताब है , जिसका नाम है आप की जीत* , उस किताब में एक कहानी है जो *आज के हालात पर सटीक बैठती है*....
एक गाँव में ऐलान होता है , *गाँव में बाढ आने वाली है सभी गाँव खाली कर उँची जगह चले जाए* , सभी गाँव वाले गाँव खाली कर उँची जगह चले जाते हैं ...
सिर्फ *एक गाँव वाला* जो *ईश्वर का भक्त* था , वह नहीं गया और कहा कि मुझे *मेरे प्रभु पर बहुत विश्वास है*....
गाँव के *सरपंच* ने , *मुखिया* ने , *गाँव वालों* ने सब ने आकर बहुत समझाया पर वह नहीं माना...
*बाढ आयी और वह भक्त बह गया और मर गया*...
जब *ईश्वर* के पास पहुंचा तो उसने *ईश्वर से शिकायत की* , *मैं तो आपका भक्त था तो आपने मुझे क्यों नहीं बचाया*..
*प्रभु जी* मुस्करा कर बोले ...
*आया तो था* ...
कभी *गाँव वाले के रूप* में ...
कभी *सरपंच के रूप* में... कभी *मुखिया के रूप* में...
पर *तुम मानने को तैयार ना थे*...
🙂🙂तो मित्रों ... *सरकार ने*... *प्रशासन ने*...अपना काम कर दिया है , *इस मुसीबत की घडी में जिस तरह आपने 22 मार्च को साथ दिया था...आगे भी साथ दें*...
आदेश का पालन करें ...
यह सब हमारी भलाई के लिए है....
*जान है तो जहान है
एक गाँव में ऐलान होता है , *गाँव में बाढ आने वाली है सभी गाँव खाली कर उँची जगह चले जाए* , सभी गाँव वाले गाँव खाली कर उँची जगह चले जाते हैं ...
सिर्फ *एक गाँव वाला* जो *ईश्वर का भक्त* था , वह नहीं गया और कहा कि मुझे *मेरे प्रभु पर बहुत विश्वास है*....
गाँव के *सरपंच* ने , *मुखिया* ने , *गाँव वालों* ने सब ने आकर बहुत समझाया पर वह नहीं माना...
*बाढ आयी और वह भक्त बह गया और मर गया*...
जब *ईश्वर* के पास पहुंचा तो उसने *ईश्वर से शिकायत की* , *मैं तो आपका भक्त था तो आपने मुझे क्यों नहीं बचाया*..
*प्रभु जी* मुस्करा कर बोले ...
*आया तो था* ...
कभी *गाँव वाले के रूप* में ...
कभी *सरपंच के रूप* में... कभी *मुखिया के रूप* में...
पर *तुम मानने को तैयार ना थे*...
🙂🙂तो मित्रों ... *सरकार ने*... *प्रशासन ने*...अपना काम कर दिया है , *इस मुसीबत की घडी में जिस तरह आपने 22 मार्च को साथ दिया था...आगे भी साथ दें*...
आदेश का पालन करें ...
यह सब हमारी भलाई के लिए है....
*जान है तो जहान है
एक गाँव में ऐलान होता है , *गाँव में बाढ आने वाली है सभी गाँव खाली कर उँची जगह चले जाए* , सभी गाँव वाले गाँव खाली कर उँची जगह चले जाते हैं ...
सिर्फ *एक गाँव वाला* जो *ईश्वर का भक्त* था , वह नहीं गया और कहा कि मुझे *मेरे प्रभु पर बहुत विश्वास है*....
गाँव के *सरपंच* ने , *मुखिया* ने , *गाँव वालों* ने सब ने आकर बहुत समझाया पर वह नहीं माना...
*बाढ आयी और वह भक्त बह गया और मर गया*...
जब *ईश्वर* के पास पहुंचा तो उसने *ईश्वर से शिकायत की* , *मैं तो आपका भक्त था तो आपने मुझे क्यों नहीं बचाया*..
*प्रभु जी* मुस्करा कर बोले ...
*आया तो था* ...
कभी *गाँव वाले के रूप* में ...
कभी *सरपंच के रूप* में... कभी *मुखिया के रूप* में...
पर *तुम मानने को तैयार ना थे*...
🙂🙂तो मित्रों ... *सरकार ने*... *प्रशासन ने*...अपना काम कर दिया है , *इस मुसीबत की घडी में जिस तरह आपने 22 मार्च को साथ दिया था...आगे भी साथ दें*...
आदेश का पालन करें ...
यह सब हमारी भलाई के लिए है....
*जान है तो जहान है
एक गाँव में ऐलान होता है , *गाँव में बाढ आने वाली है सभी गाँव खाली कर उँची जगह चले जाए* , सभी गाँव वाले गाँव खाली कर उँची जगह चले जाते हैं ...
सिर्फ *एक गाँव वाला* जो *ईश्वर का भक्त* था , वह नहीं गया और कहा कि मुझे *मेरे प्रभु पर बहुत विश्वास है*....
गाँव के *सरपंच* ने , *मुखिया* ने , *गाँव वालों* ने सब ने आकर बहुत समझाया पर वह नहीं माना...
*बाढ आयी और वह भक्त बह गया और मर गया*...
जब *ईश्वर* के पास पहुंचा तो उसने *ईश्वर से शिकायत की* , *मैं तो आपका भक्त था तो आपने मुझे क्यों नहीं बचाया*..
*प्रभु जी* मुस्करा कर बोले ...
*आया तो था* ...
कभी *गाँव वाले के रूप* में ...
कभी *सरपंच के रूप* में... कभी *मुखिया के रूप* में...
पर *तुम मानने को तैयार ना थे*...
🙂🙂तो मित्रों ... *सरकार ने*... *प्रशासन ने*...अपना काम कर दिया है , *इस मुसीबत की घडी में जिस तरह आपने 22 मार्च को साथ दिया था...आगे भी साथ दें*...
आदेश का पालन करें ...
यह सब हमारी भलाई के लिए है....
*जान है तो जहान है
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