शुगर लेवल चार्ट उम्र के अनुसार | Sugar Level Kitna Hona Chahiye
रक्त में मौजूद ग्लूकोज (glucose) (“sugar” expressed in mg/dL) (“चीनी” मिलीग्राम / डीएल में व्यक्त) की मात्रा में दिन और रात में उतार-चढ़ाव होता है। हम ठीक से अपनी ज़िन्दगी गुज़ार सकें हमारा शरीर चयापचय (metabolism) के लिए ब्लड शुगर (blood sugar level) के स्तर को बनाए रखता है। एक स्वस्थ इंसान में सामान्य ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर 90 से 100 mg/dL के बीच होता है। लेकिन कभी-कभी, ये ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर बहुत सी चीज़ों के कारण कम या ज़ायदा हो सकता है। डायबिटीज इस तरह के अचानक ब्लड शुगर (blood sugar level) की मात्रा का कम या ज़ायदा (high or low) होना सेहत के लिए हानिकारक है । यह एक संकेत देता है की आपको इलाज की ज़रूरत है । यह आर्टिकल उम्र के अनुसार डायबिटीज वाले जवान (पुरुषों या महिलाओं) के लिए सामान्य ब्लड शुगर लेवल चार्ट के बारे में सही जानकारी देता है।
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इसका एक कारण डायबिटीज हो सकता है और डायबिटीज से जीतने के लिए ज़रूरी है की डायबिटीज का पता पहले हे चल जाये और सही इलाज हो जाये । डायबिटीज के मरीज़ को हमेशा अपना बहुत ख्याल रखना चाहिए क्युकी ज़रा सी लापरवाही उसको काफी नुक्सान पोहचा सकती है। उसको अपना सारा काम डॉक्टर के मुताबिक ही करना चाहिए ।
डायबिटीज के मरीज़ को अपने ब्लड शुगर की मात्रा को स्तिर बनाये रखना है । अगर आपको डायबिटीज है तो क्या होना चाहिए आपका नार्मल ब्लड शुगर लेवल जानिए इस आर्टिकल मे ।
डायबिटीज (मधुमेह) में ब्लड शुगर का स्तर क्यों बढ़ता है?
हम जो खाना खाते हैं वह ग्लूकोज (Glucose) में परिवर्तित हो जाता है। और वह ग्लूकोज खून के साथ हमारे कोशिकाओ मे प्रवेश करता है जहाँ ग्लूकोज के ज़रिये ऊर्जा पैदा की जाती है । इसलिए खाना खाने के बाद ब्लड ग्लूकोज लेवल (blood glucose level) ज़्यादा होता है। ग्लूकोज के स्तर में तेज़ी हमारे अग्न्याशय (signals our pancreas) को इंसुलिन (insulin) जारी करने का इशारा देती है।
इंसुलिन (Insulin) हमारे शरीर की कोशिकाओं को ग्लूकोज को अवशोषित करने में मदद करता है। इसलिए, ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर नीचे चला जाता है। इस तरह ब्लड शुगर का स्तर दोबारा से सही हो जाता है। इस तरह इंसुलिन हमारे ग्लूकोस लेवल को सही रखने में मदद करता है। और साथ ही मरीज़ को सही जीवन जीने में मदद करता है। अगर यह सही है तो सुब सही है।
लेकिन डायबिटीज की स्थिति में हमारा शरीर इंसुलिन प्रतिरोधी हो जाता है या फिर इंसुलिन की कमी हो जाती है। इन्सुलिन की ज़्यादा या कम मात्रा हमारे शरीर में बहुत सरे बदलाव लाती है। जिसकी वजह से इंसान को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। एक डायबिटीज मरीज़ को चाहिए की उसका इंसुलिन लेवल ठीक रहे ताकि वह डायबिटीज की जटिलताओं से दूर रहे ।इससे बहुत सारी बीमारियों से दूर रहता है। इससे आपके गुर्दे की आँखों की दिल की बीमारियां अनिंद्रा रोग जैसी अनेक बीमारियां नहीं होती हैं। इसमें मरीज़ को काफी सारी सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। ज़रूरत है सही जानकारी की और इसके लिए सही ग्लूकोस का लेवल मालूम होना ज़रूरी है । इसलिए यदि आपको मधुमेह है, तो कुछ विशिष्ट स्वीकार्य मूल्यों पर अपने रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखना आवश्यक है, जो एक स्वस्थ जीवन शैली के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है जो मधुमेह को उलटने में सहायता करेगा।
खाने, व्यायाम करने, सोने के पैटर्न, तनाव प्रबंधन और अपने रक्त शर्करा के स्तर की नियमित निगरानी के ज़रिये आप मधुमेह (Diabetes) को बेहतरीन तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं।
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स्वस्थ व्यक्तियों में सामान्य ब्लड शुगर (खाने से पहले और भोजन के बाद) | Sugar Level Khane Se Pehle Aur Khane Ke Baad in Hindi
ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर, सामान्य, ज़्यादा या कम हो सकता है। ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर आमतौर पर खाने के 8 घंटे बाद मापा जाता है।
एक स्वस्थ जवान (पुरुष या महिला) के लिए 8 घंटे के भूका रहने के बाद सामान्य ब्लड शुगर (blood sugar level) की सीमा > 70 मिलीग्राम / डीएल और <100 मिलीग्राम/डीएल. होनी चाहिए।
जबकि एक स्वस्थ व्यक्ति में खाने के 2 घंटे बाद सामान्य ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर 90 से 100 mg/dL के बीच होता है।
ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर पूरे दिन बदलता रहता है। ब्लड शुगर (blood sugar level) के स्तर में इस तरह के परिवर्तन को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
- खाने का प्रकार:- जिन खानो का इस्तेमाल हम रोज़ करते है उनमे हमे पता होना चाहिए के हम क्या खा रहे है, और वो हमारे लिए कितने फायदेमंद हैं। बहुत ज़्यादा कैलोरी वाला खाना शुगर को बहुत तेज़ी के साथ बढ़ा देता है। और ऎसे खाने के साथ साथ दिन में शुगर बढ़ती और घटती रहती है।
- खाने की मात्रा: – खाने की मात्रा हमारे ब्लड शुगर (blood sugar level) के स्तर को भी प्रभावित करती है। ज्यादा खाने से शुगर लेवल बढ़ सकता है।
- व्यायाम:- इंसान का चलना फिरना इंसान के शुगर लेवल को भी कण्ट्रोल में रखता है। सही समय पर सही से किया गया व्यायाम मरीज़ के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। और मरीज़ को इस बात का भी बहुत ख्याल रखना है की वो ज़रूरत से ज़्यादा व्यवयाम न करे भरी एक्सरसाइज उसके लिए नुकसानदायक है। जो लोग अपने मधुमेह को उलटने में सफल होते हैं उन्हें मधुमेह उत्क्रमण कोच से निरंतर समर्थन और प्रेरणा मिलती है। ये विशेषज्ञ आपको यह तय करने में मदद करते हैं कि आपके सामान्य रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के लिए कितना और किस प्रकार के व्यायाम की आवश्यकता है।
- दवाएं:- कुछ दवाएं भी शुगर लेवल को बढ़ा सकती हैं।
- हाइपोग्लाइसीमिया, मधुमेह और यकृत रोग ( like hypoglycemia, diabetes, and liver disease) जैसी चिकित्सीय स्थितियां सामान्य ब्लड शुगर (blood sugar level) के स्तर में परिवर्तन का कारण बन सकती हैं।
- शराब के सेवन से हमारे ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर गिर सकता है।
- धूम्रपान से टाइप 2 डायबिटीज हो सकती है।
- उम्र के साथ इंसुलिन सहनशीलता कम हो जाती है, जिससे डायबिटीज की संभावना’ बढ़ जाती है।
- तनाव:- शारीरिक या मानसिक तनाव, आपके सामान्य ब्लड शुगर (blood sugar level) के स्तर को बढ़ा सकता है।
- निर्जलीकरण (Dehydration) के परिणामस्वरूप निम्न ब्लड शुगर (blood sugar level) का स्तर हो सकता है।
इनमे से काफी समस्याओं को सही मार्दर्शन, सही दवाई, सही उपचार, सही खान पान, सही व्यायाम और इच्छा शक्ति के साथ कम किआ जा सकता है।




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