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कौन हो युवाओं का आदर्श

🌎 *कौन हो युवाओं का आदर्श ?*              ------------- 🌒 युवा आदर्श कौन? इस सवाल के सबके अपने- अपने जवाब हैं। फिर भी सही जवाब गायब है। यूँ कहने को तो युवक- युवतियों ने किसी न किसी फिल्मी सितारे, क्रिकेटर, फुटबाल या किसी टेनिस खिलाड़ी को अपना आदर्श बना रखा है। इनमें से किसी की वेश- भूषा उनके दिलों को छूती है, तो किसी की चाल- ढाल या हाव- भाव उन्हें भाते हैं। किसी के रन बनाने अथवा फिर किसी की फुटबाल के साथ कलाबाजी एवं गोल दागने के अंदाज उन्हें भाते हैं। किसी का खेल या किसी की कला उन्हें दीवाना बनाती है और ये सपने देखते हैं। कुछ वैसा ही बनने की कोशिश करते हैं, कुछ वैसा ही दिखने की। लेकिन ये सारे सपने- कोशिशें उनमें कोई गुणात्मक परिवर्तन नहीं ला पाती हैं। न उनका चिंतन बदल पाता है और न चरित्र, बस बदलती है तो केवल चाल और चेहरा। इसका कारण केवल उनके द्वारा चयनित बौने आदर्श हैं। युवाओं द्वारा चुने गये इन आदर्शों ने अपने जीवन में भले कितनी ही व्यक्तिगत उपलब्धियाँ हासिल की हों, पर उन्होंने त्याग, तप, सेवा या उपकार के कोई भी बड़े मानक स्थापित नहीं किये। रनों का...

bharat mission

🏹 *अंडा और माँसाहार मानव शरीर ही नहीं कृषि, समाज और पूरे विश्व के लिए है खतरनाक।* 🏹 👉🏼गायत्री परिवार के प्रतिनिधत्व में सर्वधर्म सर्वसमाज के लोग आज शाषण के धर्मविरोधी, संस्कृति विरोधी और विज्ञानविरोधी कुनीति के खिलाफ  सरकार से लोहा लेने रोड पर हैं। *_आंदोलन तो शुरू हुआ है, परंतु गर ये सरकार किन्हीं कारणों से इस अंधे नीति को वापिस नहीं ली तो गायत्री परिवार की ही नहीं पूरे मानवता की हार होगी_* गर ऐसा हो गया तो इसके बाद हम समाज कभी खड़े नहीं हो सकेंगे, *_क्यूँकि जनता का धर्म से विश्वास उठ जाएगा, दोबारा कोई लड़ने सड़क में नहीं आएगा_* धर्म क्या है? आज किसी भी विवेकशील मानव को यह बताने की आवश्यकता नहीं। 👉🏼 *प्रकृति प्रदत्त साधन संसाधनों का सदुपयोग ही धर्म और दुरपयोग ही अधर्म है* = वर्तमान मानव सभ्यता मे मानव द्वारा आवश्यकता से अधिक संचय करने की प्रवृत्ति, वैश्विक उधोग-धंधों द्वारा प्रकृति के विरुद्ध कारखाने-फैक्ट्री जिनसे वायुमंडलीय प्रदूषण एवं जलप्रदूषण खड़ा हुआ है, पेट्रोल-डीज़ल से चलने वाले वाहन बनाएँ, हम विकास के नाम रोजाना जंगलों को कांट रहे हैं। विचार कर देखने से समझ आता है ...

new year bharta mission

🚩 *।।कलेंडर बदलिए अपनी संस्कृति नही अपनी संस्कृति की झलक को अवश्य पढ़ें और साझा करें।।* 🚩 1 जनवरी को क्या नया हो रहा है ????? * न ऋतु बदली.. न मौसम * न कक्षा बदली... न सत्र * न फसल बदली...न खेती * न पेड़ पौधों की रंगत * न सूर्य चाँद सितारों की दिशा * ना ही नक्षत्र।। 1 जनवरी आने से पहले ही सब नववर्ष की बधाई देने लगते हैं। मानो कितना बड़ा पर्व हो। नया केवल एक दिन ही नही कुछ दिन तो नई अनुभूति होनी ही चाहिए। आखिर हमारा देश त्योहारों का देश है। ईस्वी संवत का नया साल 1 जनवरी को और भारतीय नववर्ष (विक्रमी संवत) चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाता है। आईये देखते हैं दोनों का तुलनात्मक अंतर: 1. प्रकृति- एक जनवरी को कोई अंतर नही जैसा दिसम्बर वैसी जनवरी.. वही चैत्र मास में चारो तरफ फूल खिल जाते हैं, पेड़ो पर नए पत्ते आ जाते हैं। चारो तरफ हरियाली मानो प्रकृति नया साल मना रही हो I 2. मौसम,वस्त्र- दिसम्बर और जनवरी में वही वस्त्र, कंबल, रजाई, ठिठुरते हाथ पैर.. लेकिन चैत्र मास में सर्दी जा रही होती है, गर्मी का आगमन होने जा रहा होता है I 3. विद्यालयो का नया सत्र- दिसंबर जनवरी मे वह...

bharta mission startup

*STARTUP 2 brothers *STARTUP 2 भाई, एक एमबीए और दूसरा एक इंजीनियर, खेती शुरू करने के लिए चुना और अब 15 करोड़ रुपये कमा रहे हैं। दो पेशेवर योग्य भाइयों ने 2011 में खेती करना चुना।* 1 लाख रुपये के निवेश के साथ, अब वे रु। 15 करोड़ राजस्व। लखनऊ की यह जोड़ी एग्रीप्लास्ट भी चलाती है, जिसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों में प्रशिक्षित करके एग्रीप्रेन्योर बनाना है। प्रियांशु द्विवेदी द्वारा 22 दिसंबर 2019 0: 00/5: 59 2.5k क्लैप्स +0 +0 भारत मुख्य रूप से कृषि हो सकता है, लेकिन कृषि युवाओं के बीच पसंद का कैरियर नहीं है। लेकिन लखनऊ के दो भाई शशांक और अभिषेक भट्ट इस विचार को अपने सिर पर रख रहे हैं। ब्रदर्स शशांक और अभिषेक भट्ट ने खेती को अपना करियर बनाने और ग्रामीण भारत में किसानों को सशक्त बनाने का फैसला किया। शशांक, जो अपने एमबीए के बाद नौकरी कर रहे थे, और अभिषेक, जिन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री पूरी की, ने कॉरपोरेट जीवन से मुंह मोड़कर खेती की ओर रुख किया, जो दुनिया के सबसे पुराने व्यवसायों में से एक है। "2010 में एमबीए पूरा करने के बाद, मैंने 2011 में खेती के लिए ...

Bharta mission

Lifestyle Benefits of drumstick: सहजन से मिलेंगे बेहतरीन फायदे, जानें सेवन करने का तरीका 17 December, 2019 12:17 PM IST   By: मनीशा शर्मा सहजन जिसे अंग्रेजी में ड्रमस्टिक भी कहा जाता है, यह एक उष्णकटिबंधीय पेड़ है जो एशिया और अफ्रीका के विभिन्न हिस्सों में उगाया जाता है. दिलचस्प बात यह है कि सहजन का पौधा गोभी और ब्रोकोली का दूर का रिश्तेदार है और इसकी पौष्टिक तत्व भी एक समान है. ऐसा कहा जाता है कि सहजन के पौधे की पत्तियों में उच्च औषधीय महत्व होता है. इसके पत्ते प्रोटीन के महान स्रोत हैं और इसमें सभी महत्वपूर्ण अमीनो एसिड भी मौजूद होते हैं. इसके पत्ते मुख्य रूप से कैल्शियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, लोहा और विटामिन ए, डी, सी से भरपूर होते हैं. ज्यादातर भारतीय इसकी फली को सब्जी व अन्य भोजन बनाने में इस्तेमाल करते हैं.तो आइए जानते है, इससे मिलने वाले फ़ायदों के बारे में..... सहजन की पत्तियों के फायदे  (Benefits of Moringa) ऊर्जा बढ़ाता है सहजन की पत्तियां शरीर के ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं, जिससे थकान से राहत मिलती है. इसकी पत...